To Respected Shri Tolaram Ji Mistry

An expert in history, literature, culture and chemistry and a pillar of Dhamu dynasty of Bissau

दिढ़ भावी लगनी सुदिढ, तगड़ो तोलाराम । खिमताधारी पारखी, आतम गुण रो धाम ॥

सुगणो मारग थरपियो, अणथक चाल्यो आप। भळकी प्रतिभा आंगणै, जस-कीरत री छाप ॥

तोळा में तुलसी सदा, घणमोला थां काम। कीरत-धज गिगनां चढ़ी, वाह रै तोलाराम ॥

आतम-रथ बुध-सारथी, लौनी हाथ लगाम। करम-पंथ पर दौड़िया, वाह रै तोलाराम ॥

धामू कुल रा लाडला, मैं नै बांट्यो प्यार। तन फौलादी अडिग मन, ऊंचा भाव-विचार ॥

अमोलक चन्द जांगिड़